Disclaimer: This is a work of fiction. Names, characters, businesses, places, events, locales, and incidents are either the products of the author’s imagination or used in a fictitious manner. Any resemblance to actual persons, living or dead, or actual events is purely coincidental.
नवम्बर 2019..
जैकब ..ऑनलाइन फेक–बुक पर लाइव (Live) आ कर बोला कि वो सुसाइड करने जा
रहा है ..जिसकी जिम्मेदार ..सारा है ..और उतनी ही जिम्मेदार सोशल-मीडिया है जिसने
उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी।
लाइव फेक-बुक पर
..जैकब ने फाँसी का फंदा बना कर ..कुर्सी पर खड़े हो कर फंदा अपने गले में डाल लिया
..और एक झटके में कुर्सी गिरा कर फंदे पर लटक गया।
जनवरी 2019..
जैकब एक मार्केटिंग
कंपनी में काम करता था ..कंपनी ने प्रमोशन दे कर उनकी लंदन ब्रांच में हेड की
पोस्ट पर भेजने का फैसला किया था ..कंपनी में तीन नाम टॉप पर थे जिनमे पहला नाम जैकब
का था।
दूसरा नाम मनीश और
तीसरा सारा का था ..सारा दूसरी कंपनी में 5 साल की वर्किंग
एक्सपीरियंस के बाद ..एक साल से इस मार्केटिंग कंपनी में थी ..और एक साल में ही
उसने झंडे गाड़ दिए ..सारा और जैकब अच्छे ..काफी करीबी दोस्त थे ..कुछ लोग समझते थे
कि उनके बीच अफेयर है।
जैकब को प्रमोशन मिल
गयी ..जैकब ने प्रमोशन की ख़ुशी में फाइव स्टार होटल में ग्रैंड पार्टी दी ..पार्टी
ख़त्म हो गयी ..बस उसके कुछ दोस्त और जैकब ड्रिंक कर रहे थे।
“तेरी किस्मत बड़ी
मस्त मस्त है ..लंदन बड़ा टंच टंच है ..अपनी किस्मत तो ..जब किस्मत में लिखे हो शरबत
के गोले तो कहाँ से मिलेंगे रसमलाई रसगुल्ले” नशे की हालात में मनीश बोला
“किस्मत नहीं
..मेहनत है ..जब मेहनत से लिखी हो किस्मत की लकीरें ..तो क्यों नहीं मिलेंगे
रसमलाई रसगुल्ले” कोल्डड्रिंक पीते हुए सारा स्टाइल से बोली
वहाँ मौजूद सभी लोग हँसने
लगे....
किस्मत और प्यार में
एक बात कॉमन है ..दोनों कब और कैसे मेहरबान होंगे किसी को पता नहीं होता..
हाथ में पैग लिए
जैकब ..सारा के साथ बालकनी में खड़ा था..
“एक वीक हो गए ..मैंने प्रपोज किया ..तुमने लटका दिया ..अब या तो दिल जोड़े लो या बेरहम दिल तोड दो” जैकब नशे में रोमांटिक स्टाइल में बोला
“ओ ..हो ड्रिंक अंदर
रोमांस बाहर ..मुझे लग रहा है कि ..मेरा दिल तो हाँ बोल रहा है ..लेकिन मेरे होठ
नहीं मान रहे ..अब तुम इन्हें प्यार ..जोर ..जबरजस्ती जैसे मना सकते हो..मनवा लो”
मादकता भरी आवाज में सारा बोली ..और वहाँ से जाने लगी ..जैकब भी उसके पीछे-पीछे चला
गया।
दूसरे दिन जैकब ऑफिस
आया लेकिन सारा नहीं आई ..जैकब ने सारा को कई बार फ़ोन लगाया लेकिन सारा ने मोबाइल
पिक नहीं किया। दूसरे दिन भी सारा नही आयी ..जैकब परेशान था ..वो सारा के फ्लैट पर
भी गया लेकिन सारा नहीं मिली।
अगले दिन जैकब कंपनी
गया तो उसे एच् आर (HR) में बुलाया गया ..जैकब को बताया गया की सारा ने उस पर सेक्सुअल
हैरेसमेंट का आरोप (एलिगेसन) लगाया है ..जैकब शॉक में था ..उसे कुछ समझ में नहीं आ
रहा था ..जैकब ने ऐसी किसी भी हरकत से इंकार किया।
एच् आर (HR) ने सारा
को बुलाया और उससे पूछा की वो क्या चाहती है ..सारा ने बोला की वो पुलिस केस करना
चाहती है। एच् आर (HR) ने उसे समझाने की कोशिश की इससे कोई फ़ायदा नहीं है ..कंपनी
के लिए वो दोनों ही इम्पोर्टेन्ट एसेट्स हैं ..सारा चाहे तो उसे प्रमोशन दे कर
लंदन भेज देंगे।
जैकब ने सारा से बात
करने की बहोत कोशिश की ..लेकिन सारा ने नहीं की। एच् आर (HR) ने जैकब और सारा से कई
बार पूछताछ की।
सारा ने एच् आर (HR)
को कई मैसेज दिखाए ..जिनमे ..लव प्रपोजल था ..कुछ एडल्ट जोक्स थे।
जहाँ जैकब ने पार्टी दी थी ..उस होटल की सी.सी.टी.वी(CCTV) फुटेज थी ..उसे देख कर ऐसा लग रहा था की ..सारा जा रही है और जैकब उसे पकड़ने की कोशिश कर रहा है ..जैकब ने कई बार सारा का हाथ पकड़ा ..और..सारा ने हाथ छुड़ा लिया ..जैकब ने सारा को कमर से पकड़ कर अपनी ओर खीचा ..सारा उससे छुटने की कोशिश कर रही है लेकिन ..जैकब उसे खींच कर अंदर ले गया..कुछ देर बाद सारा रूम से बाहर निकली ..अपने कपड़े ठीक किया और वहाँ से निकल गयी।
Hindi Kahani
जैकब ने ..सारा की
दिखायी सी.सी.टी.वी(CCTV) फुटेज में ..दिखाए गए गलत मतलब से इंकार किया..और..एच्
आर (HR) को पार्टी के दिन हुई सभी बाते बतायी ..लेकिन सी.सी.टी.वी(CCTV) फुटेज में
आवाज नहीं होती है ..इसलिए जैकब अपनी बातो को साबित नहीं कर पाया।
सच और सेक्स में दो
बाते कॉमन हैं .. दोनों ‘स’ से शुरु होते हैं..और..दोनों का हमेशा सुखद अंत हो ये
जरुरी नहीं
एच् आर (HR) ने सारा को कई तरह से समझाने की कोशिश की ..क्यों की कंपनी की रेपोटेसन का सवाल था .. एच् आर (HR) ने जैकब को नौकरी से बाहर निकालने की भी बात कही ..लेकिन सारा पुलिस कम्प्लेन के लिए अड़ी हुई थी।
सारा ने जैकब के कई
मैसेज..एडल्ट जोक्स ..पुराने पार्टी के फोटोज सोशल मीडिया पर डाल दिया ..और सेक्सुअल
हैरेसमेंट के खिलाफ अपने आप को इन्साफ दिलाने की गुहार लगायी। सोशल मीडिया पर उसकी
आवाज आग की तरह फ़ैल गयी।
फिर सारा ने होटल की
सी.सी.टी.वी(CCTV) फुटेज सोशल मीडिया पर डाल दी ..जिसने उस आग में घी नहीं ..पेट्रोल
का काम किया ..आग ऐसी फैली की पूरा सोशल मीडिया जल उठा।
#justicesara (जस्टिस सारा)
#justiceforsara (जस्टिस फॉर सारा) का एक तूफ़ान सा उठा जो जैकब को बहा ले जाने को बेताब था।
जैकब को नौकरी से
निकाल दिया गया..
जैकब के बारे में सोशल मीडिया में तो ऐसा कि ..अगर वो मिल जाए तो उसे शूली पर चढ़ा दे..
जेल में डालो ..शूली
पर चढ़ा दो ..आदमी के रूप में दरिंदा ..वहशी इन्सान ..जानवर ..नंगा करो बीच बाज़ार
..सूअर ..कुत्ता ..कमीन* ..उसकी बहन के साथ ऐसा ही हो ..हरामखोर ..गटर का कीड़ा ..मादर*द
..भोस* ..समाज पर कलंक ..गां* में डंडा दे दो ..गां* में बम फोड़ दो ..और न जाने
क्या क्या
जैकब ने सोशल मीडिया
पर अपनी बात रखने की पूरी कोशिश की ..लेकिन सोशल मीडिया की धारा उसके विरुद्ध थी।
जैकब का घर से बाहर
निकलना ऐसे था जैसे ..चूहे का बांज के सामने आना ..उसे नौकरी से निकाल दिया गया
..पुलिस केस हो गया ..दोस्तों और रिश्तेदारों ने मुँह मोड़ लिया ..सोसाइटी की नज़र
में वो रेपिस्ट से कम नहीं था ..कहीं
नौकरी नही मिली ..माँ बाप नाराज़ थे ..बाहर ऐसा लगता था कि हर नज़र उसे ही देख रही
हो।
बड़ी अजीब दुनिया है
..बुरे वक़्त में ..पसीना भी नीचे से उपर बहता है ..अपना साया भी दुश्मन हो जाता है ..कुछ चीजे
छोड़ कर सब फट जाता है ..इंसान चूसा हुआ आम हो जाता है ..उसकी कीमत हीरे से कोयला
हो जाती है ..सब कुछ जल जाता है और राख भी नहीं बचती है।
जैकब सब कुछ हार चुका था ..डिप्रेशन में उसने सुसाइड करने का फैसला लिया..
जैकब ..ऑनलाइन फेक–बुक पर लाइव (Live) आ कर बोला कि वो सुसाइड करने जा
रहा है ..जिसकी जिम्मेदार ..सारा है ..और उतनी ही जिम्मेदार सोशल-मीडिया है जिसने
उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी।
लाइव फेक-बुक पर
..जैकब ने फाँसी का फंदा बना कर ..कुर्सी पर खड़े हो कर फंदा अपने गले में डाल लिया
..और एक झटके में कुर्सी गिरा कर फंदे पर लटक गया।
सारा को ये बात पता चली ..तो वो परेशान हालत में ..जल्दी जल्दी में निकल पड़ी।
जैकब को समय रहते
कुछ लोगो ने दरवाजा तोड़ कर बचा लिया था ..वो बेहोश ..हॉस्पिटल की बेड पर पड़ा था
..सारा को ..जैकब को जिन्दा देख कर राहत मिलती है ..वो हॉस्पिटल से वापस लौट जाती
है।
मौत और इन्सान में
एक बात कॉमन है ..दोनों कब धोका दे दे कुछ कह नहीं सकते..
कई दिन बीत गए ..जैकब की हालत सुधर गयी थी ..सारा उससे मिलने आयी।
“देखने आई हो की जिन्दा कैसे हूँ ..या मारने के लिए कोई और चोट देने आयी
हो” जैकब गुस्से से बोला
“मौत तो आजादी है जिंदगी की तकलीफों से ..और..आत्महत्या कायरता भरा रास्ता
है जिंदगी की लड़ाई से भागने का ..मै न तुम्हारी आजादी चाहती हूँ और ना कायरता भरी
आजादी” सारा मुस्कराते हुए बोली
“मेरी जिंदगी
जहन्नुम बनाने के बाद ..मेरा सब कुछ छीन लेने के बाद ..मुझे धोखा देने के बाद
..तुम मुस्करा रही हो ..तुमने सिर्फ एक प्रमोशन पाने के लिए ऐसा घिनौना काम किया”
जैकब गुस्से और नफरत से बोला
“दूसरो का सम्मान और
जिंदगी छीनने वाले..की ..जिंदगी क्या हिली ..खुद की जिंदगी छीनने पर आ गए” सारा
मुस्करा कर ताने मरने वाले स्टाइल में बोली
“क्या मतलब है
तुम्हारा ..मैंने किसकी जिंदगी छिनी..किसका बुरा किया” जैकब गुस्से से बोला
“याद करो वो 10+2 स्टैण्डर्ड ..तुम स्कूल के एक टैलेंटेड पापुलर स्टुडेंट हुआ करते थे ..तुम्हारी छिछोरी हरकते भी लड़कियों को अच्छी लगती थी .. एक चाँटा जो सोफ़िया ने तुम्हे उसके साथ बत्तमीजी करने के लिए मारा था ..और तुमने उसे सॉरी बोला था ..सब कुछ अच्छा चल रहा था ..सोफ़िया के साथ तुम्हारी अच्छी दोस्ती हो गयी ..तुम दोनों एक साथ मूवी जाते ..आइसक्रीम खाते ..पार्टी करते ..इंटरमीडिएट (10+2) के बोर्ड एग्जाम के कुछ दिन पहले सोफ़िया का एक विडियो ऍम.ऍम.एस (MMS) सोशल मीडिया पर डाला गया
..जो रातो रात वायरल हो गया .. फिर वो अकाउंट डिलीट हो गया जिसमे ये विडियो डाला गया था ..उस विडियो में सिर्फ सोफ़िया का चेहरा दिख रहा था ..पुलिस कम्प्लेन हुई ..सोफ़िया ने बताया की एक पार्टी में तुमने उसके ड्रिंक में बेहोशी की दवा मिला कर अपने दोस्तों की मदद से उसका विडियो बनाया ..जिसमे सिर्फ वो दिख रही थी ..सोशल मीडियल अकाउंट डिलीट होने की वजह से कुछ पता नहीं चला ..कोई सबूत भी नहीं मिला .. 10+2 के एग्जाम ख़त्म हो गए और तुम अपनी कॉलेज की जिंदगी शुरु करने के लिए वहाँ से चले गए” सारा पूरी बात एक साँस में बोल गयी“मैंने ऐसा कोई
विडियो नहीं बनाया था ..और न ही सोशल मीडिया पर डाला था ..ये सब झूठ है ..लेकिन इन
सब से तुम्हारा क्या लेना देना” जैकब हिचकिचाता हुआ बोला
...सोफ़िया पैदा हुई ..वक़्त बीता .. मिस्टर माइकल हमेशा मुझसे मिलने आते ..समर वेकेशन में घर भी ले जाते ..हालाँकि जुली और सारा को मै पसन्द नहीं थी ..फिर भी मिस्टर माइकल ने एक पिता की तरह मेरा पूरा खयाल रखा”
Kahaniya
“तुमने स्कूल टाइम
की इन सब बातो की वजह से ..मेरी आज की जिंदगी तबाह की ..और स्कूल में मैंने वो सब
किया भी नहीं था” जैकब गुस्से से बोला
..नफरत ..और..टाइम पास था .......‘कुतिय* ..रंड*..धंधे वाली ..होर..बड़ी गर्मी है ..एक रात मेरे पास आजा ..मजा दिला दू ..कमीन* ..हमे ऐसा मजा क्यों नहीं मिलता ..और भी बहोत कुछ अपशब्द
पड़ गयी..और उसने
अपनी जिंदगी ख़त्म कर ली ..जुली की इस गम में कुछ दिनों बाद हार्ट अटैक से मौत हो
गयी .. मिस्टर माइकल डिप्रेशन में चले गए ..हालत इतनी ख़राब हुई की मेंटल हॉस्पिटल
भेजना पड़ा” सारा आँखों में दर्द लिए हुए बोली
“पता है ..सोशल मीडिया एक ताकत है लेकिन हर ताकत की अपनी खामियाँ होती है ..किचेन में चाकू से बहोत काम होते हैं ..लेकिन वही चाकू किसी की जान ले सकता है ..सोशल मीडिया अपने आप में छोटी सी दुनिया है जहाँ अच्छे लोगो के साथ ..बुरे ..बहोत बुरे ..इन्सान के रूप में गटर के कीड़े भी मिलते हैं
..जिनका काम ही
गन्दगी फैलाना होता है ..लेकिन मेरे और
तुम्हारे जैसे खुदगर्ज लोग अपने मतलब के लिए उन सब..की..भावनाओ का इस्तेमाल करतें
है” सारा की आवाज में सच था
Kahaniyan
“जो हुआ उसका मुझे
अफ़सोस है ..लेकिन मेरा इसमें कोई लेना देना नहीं है ..मैंने वो सब नहीं किया” जैकब
बिना किसी अफ़सोस से बोला
“मैंने तुम्हारे
पुराने दोस्त से ...अपने तरीके से उस वक़्त की सारी सच्चाई उगलवा ली थी ..बिना
प्रूफ के मै कैसे कह सकती हूँ कि वो सब तुमने किया था ..लेकिन ..तुमने मेरे साथ जो
किया उसका सारा प्रूफ तो सभी के पास है” सारा धायल शेरनी की तरह बोली
“देखो मै हर चीज के
लिए माफी मांगने को तैयार हूँ ..प्लीज अपने सारे इल्जाम वापस ले लो” जैकब की हालत
ख़राब हो गयी
“तुमने मुझसे मेरा पिता छीन लिया ..मेरे पिता से उसकी पत्नी छीन ली ..उसकी बेटी छीन ली ..इन सब के साथ मेरे जीवन की खुशी छीन ली ..मैंने तुम्हारे हॉस्पिटल बिल पे कर दियें हैं ..मै अपने पिता को ले कर परसों लंदन जा रही हूँ ..तुम्हारे पास दो दिन है अपना पूरा जोर लगाने के लिए” सारा आँखों में आग लिए बोली
जैकब की आँखों के
सामने उसके अपने दुष्कर्म घूम रहे थे ..और जिन्दा अपनी कब्र में पड़ा ..उससे कैसे
निकले यही सोच रहा था।
किसी ने सच ही कहा है ..सोशल मीडिया और तूफ़ान में एक बात कॉमन है ..जब दोनों अपनी पूरी ताकत के साथ बहते हैं ..तो क्या अच्छा..क्या बुरा ..जो भी है ..उड़ा ले जाते हैं ....वैसे ये जिसने कहा है वो मैं ही हूँ.........
(Hindi Kahani Social Media dark Face Hate Love Story Hindi) P.K.
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