सबकी नजरें रिया की ओर थीं, रिया को समझ नही आ रहा था कि क्या चल रहा है। भीड़ में रिया को एक ऐसा चेहरा दिखा जिसके यहाँ होने की उम्मीद उसे नही थी। अब उसे ऐसा लग रहा था जैसे सब कुछ बर्बाद होने वाला है।
रिया महत्वाकांक्षा में
डूबी हुए एक खुबसूरत लड़की, जिसका एडमिशन मुंबई के टॉप कॉलेज में BSC-कंप्यूटर में हो गया था,
उसके माँ पिता उसे दूसरे शहर नहीं भेजना चाह रहे थे। लेकिन रिया ने अपने माँ पिता
को मुंबई जाने के लिए राजी कर मुंबई कॉलेज में एडमिशन ले लिया।
रिया अपने फ्रैंक व्यावहार के कारण पहले ही दिन से क्लास में सबकी नज़रो में आ
गयी थी। कॉलेज के बहुत से लड़के रिया के आगे पीछे घूमते थे, लेकिन रिया उनमे कोई
इन्ट्रेस्ट नहीं दिखाती थी। रिया सोम से बाते करती उसके साथ घुमती। सोम साधारण
दिखने वाला हसमुख लड़का था, किसी की समझ में नही आया की सोम में ऐसा क्या है जो रिया ने
उसे पसंद किया।
कॉलेज के एक साल बीत गये, वक़्त बीतने साथ दोनों एक दूसरे के काफी करीब आ चुके
थे। एक दिन रिया ने सोम से कहा कि उसे गर्ल्स हॉस्टल में बहोत परेशानी हो रही है,
पढाई भी नहीं हो पा रही है उसे बाहर रहना है।
सोम ने उसे मना किया “माना तुम्हारी दोस्त के अंकल का घर है खाली भी है, लेकिन
उसका किराया कुछ ज्यादा है।”
रिया “तुम मुझसे प्यार नही करते, थोडा तो ज्यादा है रेट, कुछ तुम दे देना
सुरुआत में, बाद
में मै इंतजाम कर लिया करुँगी। हम फ्री हो कर साथ में पढाई कर सकते हैं और....”
रिया ने अपनी बातो
और अदाओं से सोम को मना लिया। दूसरे दिन ही दोनों ने मिल कर सारा सामान नये घर में
शिफ्ट कर लिया। रिया बहुत खुश थी, रात हो रही थी, सोम हॉस्टल वापस जाने को था।
सोम किताब पढ़ रहा
था, उसे लगा रिया उसके पीछे खड़ी है, उसने मुड़कर देखा, रिया ट्रांसपेरेंट कपड़ो में
थी। वो बला की खुबसूरत लग लग रही थी, उसके अंग अंग से मादकता टपक रही थी। सोम अपने
होसो-हवास खोता जा रहा था। उसके मन से जो आवाज आ रही थी, वो रिया के कामुक इशारे
भी बोल रहे थे ‘होना है जो हो जाने दो।’ दोनों उस मादक रात में एक दूसरे के आगोश
में खो गये।
धीरे धीरे BSC कोर्स
के अंतिम वर्ष का एग्जाम भी आ गया। इन पूरे सालो में किराये का पूरा खर्च सोम ने
जैसे तैसे उठाया था। कोर्स पूरा हो गया। सोम को चेन्नई में एक अच्छी जॉब मिल गयी,
लेकिन रिया को पुणे में साधारण सी सैलरी की नौकरी मिली थी। सोम नही जाना चाहता था लेकिन
रिया ने उसे जाने के लिए मना लिया। रिया को जब भी पैसो की जरुरत पड़ती सोम उसे पैसे
भेज देता।
काम की वजह से सोम
का पुणे आना जाना बहुत कम ही हो पता था। रिया का जन्मदिन आने वाला था रिया चाहती
थी सोम उसके जन्मदिन पर पुणे आ जाए, लेकिन सोम की उस दिन की छुट्टी मंजूर नही हो
पायी थी, इसलिए उसने रिया को मना कर दिया। सोम इस बात से बहुत दुखी था।
सोम की छुट्टी मंजूर
हो गयी थी। वो रिया को सरप्राइज देना चाहता था। सोम पुणे पंहुचा।
सोम फ्लैट खोल कर
अंदर गया, अंदर से म्यूजिक की आवाज आ रही थी। उसके एक हाथ में केक दूसरे हाथ में
गुलदस्ता था। सोम अंदर गया, अंदर रिया आधे कपड़ो में किसी लड़के के आगोश में थी। उसका
खून जम गया वो हिल भी नहीं पा रहा था। केक और गुलदस्ता उसके हाथ से छूट कर गिर पड़ा।
रिया की नज़र सोम पर
पड़ी वो थोडा घबराई, उसने जल्दी से कपड़े पहने, इतने देर में लड़का वहा से जा चूका था।
सोम दीवार के सहारे फर्स पर गिर पड़ा।
सोम ने अपने आप को
संभाला, उसके अंदर का गुस्सा फूट पड़ा “तुम मेरे पीठ पीछे मुझे धोका दे रही थी,
तुमने जो भी माँगा जो भी चाहा मैंने किया। तुमने मुझसे कभी प्यार किया भी है या
नहीं, आज के बाद हमारे बीच जो भी था वो सब ख़त्म”
रिया के चेहरे पर
कोई सर्म नहीं थी, वो नसे की हालत मे बोली “चलता है कभी कभी, हो गया, इसमें धोके
की क्या बात है, मुझे क्या पता, तुम मेरे पीछे किसके साथ होते हो, तुमने मुझे जो
भी दिया उसे दे कर कोई अहसान नहीं किया, रही बात प्यार की तो तुम क्लास में सभी
लडको में तुम्हारा बैकग्राउंड सॉलिड था तुम मेरी सभी
जरुरते पूरी कर सकते थे, तुमने मुझे दिया और जो चाहा मुझसे लिया, गिवे एंड टेक, अहसान किस का, मेरी भी अपनी जरूरते हैं उसे मैंने पूरा किया तो क्या गलत किया”
जरुरते पूरी कर सकते थे, तुमने मुझे दिया और जो चाहा मुझसे लिया, गिवे एंड टेक, अहसान किस का, मेरी भी अपनी जरूरते हैं उसे मैंने पूरा किया तो क्या गलत किया”
सोम शॉक में था, उसके अंदर नफरत की आग जल रही थी, लेकिन वो
बिना कुछ बोले वापस चेन्नई चला गया। सोम ने पता किया तो उसके पुणे के दोस्तों ने
बताया की ‘रिया एक लड़के के साथ कई दिनों से साथ में थी लेकिन रिलेशन में थी या
नहीं, नहीं पता’।
सोम डिप्रेशन में
चला गया, उसकी तबियत ख़राब रहने लगी, वो नौकरी छोड़ कर घर चला गया। धीरे धीरे दो साल
बीत गये।
सोम ने बेंगलुरु में
फिर एक बार नौकरी की सुरुआत की, सब कुछ सही चल रहा था। एक दिन सोम ने रिया को
देखा, उसे देख कर उसके अंदर की नफरत बाहर निकलने लगी। उसने अपने आप को शांत किया। उसे
पता चला की रिया उसके ऑफिस की बगल की बिल्डिंग में एक अच्छे पद पर नौकरी करती है।
जल्द रिया की शादी होने वाली है।
दूसरे ही दिन रिया
के ऑफिस की बिल्डिंग के नीचे भीड़ लगी हुई थी। सोम को पता चला की किसी लड़के को
पुलिस पकड़ कर ले गयी है। वो रिया से पिचले चार दिनों से मिलने की कोशिस कर रहा था,
लेकिन रिया ने मना कर दिया, उसने अंदर घुसने की कोशिस की इसलिए सिक्यूरिटी गार्ड
से मार पिट हो गयी।
सोम के अंदर का
गुस्सा बाहर आ रहा था ‘पता नहीं कितने लोगो की जिंदगी बर्बाद करने वाली ऐसे आराम
से रहे ये नाइंसाफी होगी।’
सोम पुलिस थाने जा
कर उस लड़के की जमानत करवाई। उस लड़के ने अपना नाम रवि बताया। रवि ने बताया की ‘उसका
भाई वरुण दिल्ली में एक बहुत अच्छे वेतन पर नौकरी करता था, उसकी मुलाकात रिया से
एक मीटिंग के दौरान हुई, वक़्त बीतने के साथ दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे।
रिया ने प्यार का झूठा सहारा ले कर उसके भाई के बहुत से पैसे ले लिए, अपने नाम पर
प्रॉपर्टी बना ली। फिर वो जॉब बदल कर बेंगलुरु आ गई। उसने भाई से बिना वजह ब्रेकअप
कर लिया। यहाँ उसने अपने प्यार के जाल में एक कंपनी के मालिक को
फंसा लिया, जो उम्र में रिया से काफी बड़ा था। उसके भाई ने रिया से बात करने और मिलने की बहुत कोशिस की लेकिन रिया ने बात नहीं की। उसके भाई ने डिप्रेशन में अपने जान ले ली। लेकिन सबूतों न होने की वजह से रिया को कुछ नहीं हुआ।
फंसा लिया, जो उम्र में रिया से काफी बड़ा था। उसके भाई ने रिया से बात करने और मिलने की बहुत कोशिस की लेकिन रिया ने बात नहीं की। उसके भाई ने डिप्रेशन में अपने जान ले ली। लेकिन सबूतों न होने की वजह से रिया को कुछ नहीं हुआ।
उसके भाई की मौत की
वजह से उसकी माँ की तबियत ख़राब हो गयी, उनकी अंतिम इच्छा थी की उनके बेटे के कातिल को सजा मिले और उनका पुराना खानदानी
बेसकिमती हार जो रिया के पास है वो वापस उनके घर आ जाए। लेकिन रिया ने हार देने से
मना कर दिया।
सोम ने फैसला किया
की अब और नही, सोम और रवि दिल्ली चले गये और नये सिरे से उसके भाई के केस की खोज-बिन
करने लगे। सोम ने अपने एक पुराने दोस्त के मदद से एक हैकर की मदद ली, लेकिन उन्हें
ऐसा कुछ नहीं मिल रहा था जिससे रिया के दोषी होने का सबूत मिले।
रिया की शादी का दिन
आ गया, स्टेज पर वरमाला का कार्यक्रम चल रहा था साथ में बड़े से स्क्रीन पर लाइव
विडियो चल रही थी। अचानक स्क्रीन पर सबकुछ बदल गया उस पर वरुण और रिया के प्यार
भरे सोशल मेसेज थे।
सबकी नजरें रिया की
ओर थीं, रिया को समझ नही आ रहा था कि क्या चल रहा है। भीड़ में रिया को एक ऐसा
चेहरा दिखा जिसके यहाँ होने की उम्मीद उसे नही थी। अब उसे ऐसा लग रहा था जैसे सब
कुछ बर्बाद होने वाला है।
ये देख कर रिया के
चेहरे का रंग बदल गया, स्क्रीन पर मैसेज भी बदल गये जिसमे रिया ने बहुत गलत और
भद्दी बाते वरुण को लिखी था। अचानक एक वोइस ऑडियो चलने लगा जिसमे रिया ने वरुण से
आवेश की हालत में कबूल किया की उसने बहुत से पैसे वरुण से लिए और धोका दिया और ये
भी की दुनिया स्मार्ट लोगो की है, जो धोका खाए वो उसकी बेवकूफी है।
रिया के मुंह से
आवाज नहीं निकल पा रही थी। उसके चेहरे का मेकअप पसीने के साथ बह रहा था।
स्क्रीन पर द एंड
लिखने के बाद एक विडियो चला जिसमे रिया और वरुण की विडियो चैट थी जिसमे रिया ने
वरुण को बहुत बुरा बुरा बोला और जब वरुण ने उसकी सच्चाई सबके सामने लाने की बात
बोली तो रिया ने उसे मर जाने ने लिए उकसाया और मर जाने को कहा, रिया ने विडियो के
अंत में बोली की वो एक बूढ़े बिज़नेस मैंन से शादी कर रही है जो उसकी तरह बेवकूफ है,
जिसकी दौलत पर वो ऐश करेगी।’
रिया की हालत मरी
हुई चुहिया की तरह थी, जिसे सबकी नजरे उठा कर गटर में फेंक देना चाहती थी। रिया के
पैर संभल नहीं रहे थे वो स्टेज पर ही बैठ गयी। उसकी आँखों के सामने उसके पाप का
महल जल रहा था।
(Uff Ye Pyar Hindi Kahani)
P.K.
All rights reserved by Author
लव स्टोरी ..Khoya Pyar Hindi Love Story
**मोबाइल यूजर ..और भी ....खूबसूरत और खरतनाक पोस्ट देखने के लिए नीचे स्क्रॉल करें ............ ⇊
एक टिप्पणी भेजें